Sant Ravidas Jayanti 2024

By dailyindia365.com Feb 25, 2024
Sant Ravidas Jayanti 2024

Sant Ravidas Jayanti 2024:- जानिए क्यों संत रविदास को भक्ति आंदोलन का जनक कहा गया है:-

साझा करिए अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ यह शानदार फोटो
Sant Ravidas Jayanti 2024

Sant Ravidas Jayanti 2024:- आज 24 फ़रवरी शनिवार के दिन Sant Ravidas Jayanti 2024 की 647वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है, हिन्दू पंचांगों के अनुसार संत रविदास जयंती माघ पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है, आप सभी रविदास जयंती के इस पावन पर्व पर अपने रिश्तेदारों और दोस्तों को संत रविदास के द्वारा दिये गये संदेश और सुझाव को एक दुसरे के साथ साझा कर सकते हैं,

Sant Ravidas जी को भक्तिकाल का जनक और समाज सुधारक की भूमिका दी गई है,और , संत रविदास जी बचपन से ही धार्मिक प्रबित्ति के व्यक्ति रहे हैं, इस जयंती के मौके पर कई जगह पर लंगर की व्यवस्था की जाती है और मंदिरों में भजन का आयोजन किया जाता है, संत कवि रविदास जयंती पर विशेष पैदल चलकर शोभा यात्रा निकाली जाती है और जगह जगह पर उनके नाम का कीर्तन किया जाता है, इनको महान संत, दर्शनशास्त्री और समाज कल्याण के लिए किए गए कामों के प्रति इन्हें संत की उपाधि प्रदान की गई है, इन्होंने धर्म और आस्था के नाम पर किए जा रहे आडंबर और अंधविश्वास का घोर विरोध किया है, उनका मानना था की धरती पर मौजूद सभी लोग समान हैं, और वहां मौजूद सभी वस्तुओं पर सब का अधिकार समान है, उनका मानना था की सभी लोगों में भाईचारा और एक दूसरे का सम्मान करने की भावना मौजूद हो।

Sant Ravidas Jayanti 2024

Sant Ravidas Jayanti 2024 जी के जीवन से संबंधित कुछ तथ्य:-

पूज्य Sant Ravidas Jayanti 2024 जी के जन्म को लेकर कई मतभेद सामने आते हैं, लेकिन कुछ तथ्य के माध्यम से पता चला हैं की उनका जन्म 1377 ईस्वी में उत्तर प्रदेश राज्य के बनारस जिले के पास एक छोटे से गांव में हुआ था, और उस दिन माघ पूर्णिमा का दिन था, इसी माघ पूर्णिमा के कारण सभी विद्वान रविदास जी की जयंती के रूप में मानने लगे, इनके पिता जी का नाम संतोष दास था जो की एक मोची का काम करते थे और सभी लोगों के जूते सिला करते थे और माता जी का नाम कर्मा देवी था, माता जी घर गृहस्थी का काम में लगी रहती थीं, रविदास जी बचपन से ही धार्मिक कर्मकांड और ईश्वर की भक्ति में लीन रहते थे, और उम्र के बढ़ने के साथ इनकी पूजा पाठ में रुचि और भी बढ़ने लगी, इसके बाद इनकी मुलाकात पंडित शारदानंद जी से हुई और शारदानंद जी से अपनी शिक्षा दीक्षा ग्रहण की, हालाकि रविदास जी चर्मकार कुल में पैदा हुए थे जिसके चलते वो अपने पैतृक काम भी किया करते थे और साथ में प्रभु की भक्ति भी किया करते थे, और सभी लोगों को अध्यात्म और सामाजिक न्याय का संदेश भी दिया करते थे, जिसकी वजह से सभी लोगो को रविदास जी से प्रेरणा लेनी चाहिए।

Sant Ravidas Jayanti 2024

Sant Ravidas Jayanti 2024 के द्वारा गाए गए कुछ दोहे,

  • रैदास ब्राह्मण मति पूजिए, जो होवै गुन हीन।

         पूजिहिं चरन चंडाल के, जउ होवै गुन प्रवीन।।

  • कह रैदास तेरी भगति दूरि है, भाग बड़े सो पावै।

         तजि अभिमान मेटि आपा पर, पिपिलक हवै चुनि खावै।।

  • जाति-जाति में जाति हैं, जो केतन के पात।

         रैदास मनुष ना जुड़ सके जब तक जाति न जात।।

  • हरि-सा हीरा छांड कै, करै आन की आस।

        ते नर जमपुर जाहिंगे, सत भाषै रविदास।।

  • ऐसी लाल तुझ बिनु कउनु करै।

         गरीब निवाजु गुसईआ मेरा माथै छत्रु धरै।।

        जाकी छोति जगत कउ लागै ता पर तुहीं ढरै।

        नीचहु ऊच करै मेरा गोबिंदु काहू ते न डरै।।

        नामदेव कबीरु तिलोचन सधना सैनु तरै।

        कहि रविदास सुनहु रे सतंहु हरिजीउ ते सभै सरै।।

  • अब कैसे छूटै राम नाम रट लागी।

    प्रभु जी, तुम चंदन हम पानी, जाकी अँग-अँग बास समानी।

    प्रभु जी, तुम घन बन हम मोरा, जैसे चितवत चंद चकोरा।

    प्रभु जी, तुम दीपक हम बाती, जाकी जोति बरै दिन राती।

    प्रभु जी, तुम मोती हम धागा, जैसे सोनहिं मिलत सुहागा।

    प्रभु जी, तुम स्वामी हम दासा, ऐसी भक्ति करै रैदासा।।

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